जयपुर। राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में प्रवासी राजस्थानियों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से राजस्थान सरकार देश-विदेश में बसे प्रवासियों से संवाद और सहयोग को निरंतर प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में इस दिशा में कई महत्वपूर्ण पहल की जा रही हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को राजस्थान फाउंडेशन के नवस्थापित असम (गुवाहाटी) चैप्टर द्वारा प्रवासी राजस्थानी संवाद कार्यक्रम का आयोजन गुवाहाटी में किया गया।
आयोजन में बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानियों और लघु उद्योग भारती के प्रवासी राजस्थानी सदस्यों ने भाग लिया और प्रदेश से अपने भावनात्मक व सांस्कृतिक जुड़ाव को साझा किया। राजस्थान फाउंडेशन असम (गुवाहाटी) चैप्टर के नवनियुक्त अध्यक्ष रतन शर्मा ने मुख्यमंत्री, राजस्थान का आभार व्यक्त करते हुए चैप्टर के माध्यम से पूर्वोत्तर क्षेत्र के प्रवासी राजस्थानियों को संगठित करने का संकल्प लिया और राजस्थान के आर्थिक व सामाजिक विकास हेतु पूर्वोत्तर के प्रवासियों की भागीदारी को बढ़ाने के लिए आश्वस्त किया।
इस अवसर पर राजस्थान फाउंडेशन की आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा ने अपने संबोधन में सरकार द्वारा प्रवासी राजस्थानियों के हित में किए जा रहे नवाचारों और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने प्रवासियों की भागीदारी को सशक्त बनाने और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए माननीय मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं जैसे प्रवासियों के लिए एक नया विभाग बनाना, आगामी 10 दिसंबर, 2025 को जयपुर में प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन, प्रवासी राजस्थानी सम्मान अवॉर्ड की शुरुआत और प्रत्येक जिले में प्रवासियों के मुद्दों हेतु नोडल अधिकारियों की नियुक्ति जैसी महत्वपूर्ण पहलों की जानकारी साझा की।
डॉ. अरोड़ा ने ‘राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना 2024 (RIPS 2024)’ की विशेषताओं पर प्रकाश डाला तथा विभिन्न विभागों की जन सहभागिता योजनाओं की जानकारी भी साझा की, जिनके माध्यम से प्रवासी अपने गांव और जिलों में भामाशाह की भूमिका निभाते हुए परोपकारी कार्यों में योगदान दे सकते हैं।