टीम एनएक्सआर जयपुर। जयपुर में आमेर महल के बाद हाथी सवारी के लिए मशहूर हाथीगांव से दीपावली के दिन बुरी खबर सामने आई। यहां रह रही 133 न. हथिनी बोनमाला की बीमारी के चलते मृत्यु हो गई। वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक बोनमाला करीब एक माह से बीमार बताई जा रही थी। इस दौरान डॉक्टर भी हथिनी का इलाज कर रहे थे। एक – दो दिन से हथिनी चल फिर भी रही थी, लेकिन गुरुवार शाम को अचानक तबियत ज्यादा खराब होने के चलते मृत्यु हो गई। अब मेडिकल बोर्ड गठित कर हथिनी के शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
पिछले दिनों हाथीगांव में एक अन्य हथिनी द्वारा बोनमाला को टक्कर मारकर गिरने की घटना भी सामने आई थी। जिसमें बोनमाला घायल हो गई थी। गौरतलब है कि हाथीगांव में अभी 70 से अधिक हथिनियां रह रही हैं। प्रदेश में इकलौता नर हाथी बाबू भी यहीं रहता है। आमेर महल के अलावा देशी और विदेशी टूरिस्ट्स को यहां हाथी सवारी कराई जाती है।