जयपुर। बाघ परियोजना सरिस्का में 14 से 15 मई तक दो दिवसीय चारागाह विकास के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का संचालन वनस्पति वैज्ञानिक प्रोफेसर जी.डी. मुरातकर ने किया। जिन्हें ग्रास मैन ऑफ इंडिया के नाम से भी जाना जाता हैं। कार्यशाला में उप वन संरक्षक, सहायक वन संरक्षक, समस्त क्षेत्रीय वन अधिकारी मय फिल्ड स्टाफ की उपस्थिति रही। प्रो. मुरातकत ने घासभूमियों के संरक्षण एवं विकास की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वन्यजीवों, विशेषकर शाकाहारी प्रजातियों के संरक्षण के लिए स्वस्थ घासभूमियां अत्यंत आवश्यक हैं। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने सरिस्का के चयनित क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रायोगिक तौर पर घासभूमि सुधार एवं चारागाह नरर्सी विकास की विधियों को समझा ।
चारागाह विकास के लिए कार्यशाला आयोजित
