जयपुर। शासन सचिव महिला एवं बाल विकास महेन्द्र सोनी ने गुरुवार को लाल कोठी स्थित राज्य महिला आयोग परिसर में संचालित राज्य स्तरीय महिला हेल्पलाईन 181केंद्र, गांधीनगर महिला थाना में संचालित महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र, राजकीय जयपुरिया अस्पताल परिसर में संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर (अपराजिता) केंद्र का औचक निरिक्षण किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिला सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
शासन सचिव महेन्द्र सोनी को राज्य स्तरीय महिला हेल्पलाईन 181केंद्र के निरिक्षण के दौरान वहां कार्यरत महिला काउंसलर्स ने “एक नम्बर समाधान अनेक ” के उद्देश्य से संचालित महिला हेल्पलाईन 181 से महिलाओं को दी जा रही बेहतर सलाह, सुझाव, सूचना, मदद और मार्गदर्शन की विस्तार से जानकारी दी। वहां कार्यरत महिला काउंसलर्स ने समुचित प्रक्रिया बताई। पीड़ित महिलाओं की कैसे मदद की जाती है इसके लिए उन्होंने वहां पर सन्धारित रजिस्टर का भी अवलोकन करवाया। इसके साथ ही उन्होंने महिला काउंसलर्स से रजिस्टर में दर्ज महिला की शिकायत पर हुई कार्रवाई और सहायता का फीडबैक भी लिया।
शासन सचिव महेन्द्र सोनी ने इसके साथ ही गांधीनगर महिला थाना में संचालित महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र का भी निरिक्षण किया। जिस पर उन्होंने उक्त केंद्र की ओर से महिलाओं को उपलब्ध करवाने वाली सहायता की पूरी प्रक्रिया समझी । वर्तमान में आई शिकायतों पर किस तरह कार्रवाई की जा रही है इसकी पूरी जानकारी ली।
शासन सचिव से उक्त केंद्र पर कार्यरत महिला काउंसलर्स की प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाने के लिए केंद्र प्रभारी डॉ. रेणुका पामेचा तथा महिला काउंसलर नीता जैन की ओर से आग्रह किया गया।
शासन सचिव ने राजकीय जयपुरिया अस्पताल परिसर में संचालित सखी वन स्टॉप सेंटर (अपराजिता) केंद्र का भी औचक निरिक्षण किया। यहां हिंसा से सम्बंधित सभी समस्याओं के भरोसेमंद निदान की जानकारी शासन सचिव को दी गई। उन्हें बताया गया कि यहां एक ही छत के नीचे उत्पीड़ित महिलाओं की समस्या का शीघ्र समाधान होता है। इस पर शासन सचिव ने वहां संधारित रजिस्टर का अवलोकन किया तथा वर्तमान प्रकरणों की जानकारी ली तथा संतोष व्यक्त किया।
निरिक्षण के दौरान महिला अधिकारिता निदेशालय के अतिरिक्त निदेशक राजेश सिंह व अतिरिक्त निदेशक भारत भूषण तथा सहायक निदेशक महिला अधिकारिता राजेश डोगीवाल भी उपस्थित रहे।