पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कांवटिया एवं जयपुरिया अस्पताल में सफलतापूर्वक लागू
चिकित्सा शिक्षा सचिव ने दोनों अस्पतालों में पहुंचकर लिया जायजा
जयपुर। प्रदेश के अस्पतालों में रोगियों एवं परिजनों को कतारों से मुक्ति दिलाने के लिए क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जा रहा है। फिलहाल जयपुरिया एवं कांवटिया अस्पताल में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किए गए इस सिस्टम के सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार ने शनिवार प्रात: जयपुरिया एवं कांवटिया अस्पताल पहुंचकर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अस्पताल परिसर में ओपीडी काउंटर पर पहुंचकर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम से होने वाली रोगी पंजीकरण की प्रक्रिया को देखा। साथ ही, चिकित्सकों एवं रोगियों से बातचीत कर नई व्यवस्था के बारे में फीडबैक लिया।
अब लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ता
रोगियों ने बताया कि पहले उन्हें पर्ची के लिए लंबे समय तक लाइनों में खड़ा होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता था। अब क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लागू होने से बहुत कम समय में उनका पंजीकरण हो जाता है और जिस डॉक्टर को दिखाना होता है, उनके रूम के बाहर इंतजार करने के बजाय वे प्रतीक्षाकक्ष में आराम से बैठकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। एलईडी स्क्रीन पर अपना टोकन नंबर दिखाई देने पर चिकित्सक से परामर्श ले लेते हैं।
जल्द एसएमएस में भी होगा लागू
चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा कि जयपुरिया एवं कांवटिया अस्पताल से इस तकनीकी नवाचार को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है। दोनों अस्पतालों में सफलतापूर्वक लागू होने के बाद अब मेडिकल कॉलेज से संबद्ध सभी अस्पतालों में क्यू मैनेजमेंट सिस्टम प्रारंभ किया जाएगा। सवाई मानसिंह अस्पताल में भी जल्द ही यह सिस्टम लागू हो जाएगा। इसके लिए तैयारियां चल रही हैं। उन्होंने एसएमएस अस्पताल में चल रही तैयारियों की गहन समीक्षा भी की। चिकित्सा शिक्षा सचिव के साथ सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से संबद्ध अन्य अस्पतालों के अधीक्षक भी जयपुरिया अस्पताल क्यू मैनेजमेंट सिस्टम का अवलोकन करने पहुंचे। इन अस्पतालों में भी शीघ्र ही यह सिस्टम प्रारंभ किया जाएगा।