जयपुर। हवाई हमले या आपदा के मद्देनजर स्वास्थ्य भवन परिसर में निर्माणाधीन इमारत में शुक्रवार को एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस के संयुक्त तत्वावधान में मॉक ड्रिल एवं जन जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान एसडीआरएफ कमांडेन्ट राजेन्द्र सिंह सिसोदिया की उपस्थिति तथा मार्गदर्शन में और सहायक कमांडेन्ट चित्रगुप्त महावर के निर्देशन में लगभग 150 अधिकारी कर्मचारियों को हवाई हमले-आपदा के दौरान अपनाए जाने वाले सुरक्षा उपायों की जानकारी दी गई।
प्रबंध निदेशक राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन नेहा गिरी ने बताया कि एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस द्वारा आयोजित की गई मॉक ड्रिल में कर्मचारियों को बहुत महत्वपूर्ण सुरक्षा उपायों एवं आपदा की स्थिति में की जाने वाली राहत एवं बचाव तकनीकों की जानकारी दी गई।
एसडीआरएफ टीम का नेतृत्व कर रहे प्लाटून कमांडर रवि वर्मा द्वारा कर्मचारियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट तकनीकों जैसे चोट लगने पर प्राथमिक उपचार करने, हमले-आपदा के दौरान क्षतिग्रस्त भवनों से सुरक्षित बाहर निकलने, उपलब्ध संसाधनों की सहायता से स्ट्रेचर तैयार करने तथा कार्डियक अरेस्ट होने पर सीपीआर द्वारा कृत्रिम श्वसन देकर बचाव करने जैसी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई।
एसडीआरएफ टीम द्वारा रोप रेस्क्यू तकनीक की सहायता से क्षतिग्रस्त-आग लगे भवन से पीड़ितों को बाहर निकालने संबंधी मॉक ड्रिल का भी आयोजन किया गया। संपूर्ण जन जागरुकता कार्यक्रम-मॉक ड्रिल के दौरान कर्मचारियों ने पूरे उत्साह के साथ गतिविधियों में भाग लिया तथा आपदा से निपटने की तकनीकों को सीखा।