जयपुर। जयपुर के हाथी गांव में भी भक्ति भाव से गणेश चतुर्थी मनाई गई। गणेश चतुर्थी के अवसर पर यहां भगवान गणेशजी की प्रतिमा विधि-विधान के साथ विराजित की गई। इस अवसर पर विशेष पंडाल सजाया गया। जहां हाथी मालिकों और महावतों ने गणपति बप्पा मोरया के जयकारों के बीच पूजा-अर्चना की।
हथिनी ने चंदा ने पहनाई माला
हाथी गांव में मनाए जा रहे गणेशोत्सव में आकर्षण का केंद्र हथिनी चंदा रही, जिसने भगवान गणेशजी की मूर्ति को माला पहनाकर भक्ति का अनोखा दृश्य प्रस्तुत किया। इस मौके पर हाथी मालिक और हाथीगांव विकास समिति के पदाधिकारी भी मौजूद रहे।
नौ दिनों तक पूजन, तलाई में विसर्जन
हाथीगांव विकास समिति के अध्यक्ष बल्लू खान ने बताया कि इस बार गणेशोत्सव को और भव्य रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। इस बार नौ दिनों तक पूजा-अर्चना की जाएगी। इसके बाद भगवान गणेशजी की प्रतिमा का विसर्जन हाथीगांव स्थित तलाई में किया जाएगा।
इको-फ्रेंडली गणपति से मिला संदेश
इस अवसर पर स्थापित की गई मूर्ति मिट्टी से बनाई गई है, ताकि पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जा सके। आयोजकों ने लोगों से आग्रह किया कि मूर्ति विसर्जन के समय जल प्रदूषण से बचने के लिए वैकल्पिक उपाय अपनाएं।
हाथीगांव में दूसरी बार आयोजित गणेशोत्सव ने न केवल परंपरा को नया आयाम दिया बल्कि लोगों में भक्ति और पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी जगाई।
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