जयपुर। जवाहर कला केन्द्र में नन्हें कलाकार अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं। मौका है जूनियर समर कैंप का। 16 मई से शुरू हुए कैंप में विशेषज्ञों ने 8 से 17 वर्ष के बच्चों को गायन, वादन और नृत्य का प्रशिक्षण दिया। सभी बच्चों ने गुरु से सीखे सबक मंच पर साकर किए और दो दिन में गायन, कथक, लोक नृत्य, कंटेम्पररी डांस, तबला, बांसुरी, सिंथेसाइजर वादन की प्रस्तुति दी।
इसी के साथ मंगलवार को संगीत विधाओं की कक्षाओं का समापन हुआ। जवाहर कला केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान कर उनकी हौसला अफजाई करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। इधर 18 से 20 जून तक थिएटर विधाओं का समापन कार्यक्रम होगा जिसमें बच्चे कक्षा के दौरान बनाए गए नाटकों की प्रस्तुति देंगे।
तबला वादन प्रस्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। बच्चों ने गणेश परण, शिव दोहा, पेशकार, कायदा, गत, परण और तीन ताल की विभिन्न बंदिशों को तबला वादन के माध्यम से प्रस्तुत किया। सुनील सिंह तंवर ने तबले का प्रशिक्षण दिया, लियाकत अली ने हारमोनियम पर संगत की। इसके बाद बच्चों ने सुरीली महफिल सजाई। राग भीमपलासी के साथ गायन प्रस्तुति की शुरुआत हुई।
‘हे राम’ भजन गाकर भगवान राम के चरणों में नमन किया। वहीं ‘जिंदगी मिलके बिताएंगे’ गीत गाकर बच्चों ने सभी का दिल जीता। लोक नृत्य प्रस्तुति में राजस्थानी संस्कृति का सौंदर्य देखने को मिला। बच्चों ने लाइव म्यूजिक के साथ घुड़ला, घुमेरदार लहंगो गीत पर पारंपरिक नृत्य के साथ गींदड़ की भी प्रस्तुति दी। अनिता प्रधान ने लोक नृत्य का प्रशिक्षण दिया।