जयपुर। बाघ परियोजना सरिस्का के करीब दो वर्षीय नर बाघ एसटी-2402 को राष्ट्रीय व्याघ्र प्राधिकरण नई दिल्ली के द्वारा जारी एस.ओ.पी. अनुसार गठित समिति के द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार व्यवहार सामान्य होना पाए जाने पर बुधवार को प्रातः 5 बजकर 10 मिनट पर करनाकाबास एनक्लोजर से सॉफ्ट रिलीज किया गया है। बाघ ने सामान्य रूप से जंगल की तरफ मूवमेन्ट किया है। बाघ की मॉनिटरिंग के लिए 2 स्पेशल टीम गठित की गई है। बाघ के जीपीएस युक्त रेडियों कॉलर लगा हुआ है। जिससे बाघ की (24×7) मॉनिटरिंग की जा रही है।
गौरतलब है कि बाघ 2402 का विचरण क्षेत्र रेंज अकबरपुर-सरिस्का अधीन क्षेत्रों में रहा है। युवा बाघ होने से अपनी पृथक से टेरीटरी बनाने के दौरान ये बाघ एक जनवरी को बाघ परियोजना सरिस्का से निकलकर उप वन संरक्षक दौसा अधीन रेंज बांदीकुई के महुखुर्द जिला दौसा में पहुंच गया। जिसे अलवर वन मण्डल अधीन ग्राम करणपुरा, रैणी जिला अलवर से 3 जनवरी को प्रात 9 बजे के लगभग सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइज कर करनाकाबास एनक्लोजर में दोपहर 12 बजे के लगभग सफलतापूर्वक छोडा गया था।