टीम एनएक्सआर जयपुर। ब्रिगेडियर महाराजा सवाई भवानी सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में सोमवार को वार्षिक पुरस्कार समारोह ‘सवाई जयपुर अवॉर्ड्स 2024’ का आयोजन सिटी पैलेस के प्रीतम चौंक में किया गया। उप मुख्यमंत्री एवं पूर्व राज परिवार की सदस्या दिया कुमारी, एमएसएमएस द्वितीय संग्रहालय के चेयरमैन महाराजा सवाई पद्मनाभ सिंह, प्रिंसेस गौरवी कुमारी और धर्म गुरूओं के मंच पर आने के साथ ही कार्यक्रम शुरू हुआ। कार्यक्रम की शुरूआत में श्री गोविन्द देव जी की तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित किया गया। इसके पश्चात स्वर्गीय महाराजा सवाई भवानी सिंह की तस्वीर पर भी माल्यार्पण किया गया। धर्म गुरुओं को भेंट देने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद पुरस्कार समारोह शुरू हुआ। महाराजा सवाई मान सिंह (एमएसएमएस) द्वितीय म्यूजियम ट्रस्ट द्वारा ये पुरस्कार मानवता की सेवा, हेरिटेज संरक्षण, चिकित्सा विज्ञान, परम्परागत शिल्प के क्षेत्र आदि सहित 25 विभिन्न श्रेणियों में प्रदान किए गए। इन पुरस्कारों के तहत 31,000 रुपए नकद, शॉल, एक गंगा जली, प्रशस्ति पत्र और श्रीफल प्रदान किया गया।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्रालय की महानिदेशक मुग्धा सिन्हा द्वारा ‘द कल्चरल कॉन्टिनम: फ्रॉम बीइंग टू बिलॉन्गिंग’ विषय पर कीनोट एड्रेस भी दिया गया। उन्हें ‘संस्कृति के क्षेत्र में अग्रणी कार्य के लिए ‘राजा काकिल देव अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह सम्मान भारतीय प्रशासनिक सेवा में मेरी सिलवर जुबली पूर्ण होने के अवसर पर दिया गया है और साथ ही यह सम्मान सार्वजनिक सेवा में उत्कृष्टता की संस्कृति बनाने के लिए प्रयास जारी रखने के मेरे संकल्प को मजबूत करता है।
उन्होंने 1999 में सिविल सेवक बनने की अपनी यात्रा पर प्रकाश डाला, जो एक माइलस्टोन वर्ष था, क्योंकि यह मिलेनियल ट्रांजिशन का समय भी था। उन्होंने राजस्थान राज्य में संस्कृति के क्षेत्र में तथा भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में अपने कार्य को रेखांकित किया। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किस प्रकार पिछले 25 वर्षों में संस्कृति की समझ विकसित हुई है और अब यह मुख्य आधार बन गई है।