भोपाल। उमरिया जिले के बाधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पांच दिनों से खोजे जा रहे वयस्क नर बाघ का क्षेत्र संचालक डॉ. अनुपम सहाय के मार्गदर्शन और उप संचालक पी.के. वर्मा के नेतृत्व में रेस्क्यू कक्ष क्रं. आरएफ-502, वीट-जगुवा, परिक्षेत्र-पनपथा (बफर) में रेस्क्यू कर लिया गया है।
बाघगढ़ टाइगर रिजर्व उप संचालक वर्मा ने बताया कि टीम द्वारा बाघ के गले में फंसे तार के फंदे को काटकर अलग किया गया। बाघ के घावों का प्राथमिक उपचार कर पिजरें में सुरक्षित बंद किया गया है। स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ, जबलपुर के पशु एवं वन्यजीव विशेषज्ञों के परामर्श के अनुसार बाघ को आगामी उपचार के लिए वन विहार भोपाल भेजा जा रहा है।
गौरतलब है कि उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ के गले में फंदे की जानकारी मिलने के बाद टाइगर रिजर्व टीम रेस्क्यू में जुटी गई थी। बीते सोमवार को पर्यटन के दौरान पर्यटकों को हितौली जोन के डमडमा नाले के पास बाघ दिखाई दिया था। पर्यटकों ने बाघ के फोटो और वीडियो भी बनाए। फोटो में बाघ के गले में तार जैसा दिखाई दिया था। जानकारी मिलने के बाद टाइगर रिजर्व प्रबंधन बाघ के रेस्क्यू की तैयारी में जुट गया था।