टीम एनएक्सआर जयपुर। वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री संजय शर्मा की अध्यक्षता में मंगलवार को शासन सचिवालय में वन्यजीव मण्डल की स्थायी समिति की द्वितीय बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सदस्यों द्वारा प्रदेश के वन्यजीव स्वीकृति से सम्बंधित 14 नए प्रस्तावों तथा 3 पुनर्विचार के प्रस्तावों पर चर्चा की गई एवं समिति की गत बैठक में दिए गए निर्देशों की पालना की समीक्षा की गई। शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में वन्यजीव संरक्षण को गति देने की दिशा में हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश के वन्यजीव संरक्षित क्षेत्रों में वन्यजीव एवं वनसंपदा को बेहतर वातावरण उपलब्ध हो सके, इसके लिए नियमों के भली भांति पालन को सुनिश्चित किया जा रहा है।
शर्मा ने माउंट आबू वन्यजीव अभयारण्य में व्यापक स्तर पर फैली हुई खरपतवार ‘लैन्टाना’ के उन्मूलन के सम्बन्ध में उचित कार्यवाही के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस खरपतवार प्रजाति के कारण अभयारण्य के पर्यावरण पर पड़ रहे विपरीत प्रभाव को जल्द ही रोका जाना चाहिए। सदस्यों द्वारा प्राप्त सुझावों के आधार पर अतिरिक्त मुख्य सचिव वन एवं पर्यावरण अपर्णा अरोड़ा ने कहा कि अधिकारी ‘लैन्टाना’ के उन्मूलन के विषय में अन्य राज्यों द्वारा किये जा रहे प्रयोगों का अध्ययन कर एसओपी तैयार करे।
बैठक में संरक्षित क्षेत्रों के साथ ही वन्यजीव संरक्षण को लेकर सदस्यों की ओर से सुझाव साझा किये गए।
बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) अरिजीत बनर्जी, सदस्य सचिव स्थायी समिति राज्य वन्यजीव मण्डल एवं प्रधान मुख्य वन संरक्षक पवन कुमार उपाध्याय, स्थायी समिति राज्य वन्यजीव मण्डल के सदस्य एवं अन्य विभागीय वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।