आभानेरी में खुला इतिहास का बंद अध्याय: दो दशक से अधिक समय तक बंद था ये हिस्सा, अब पर्यटक देख पाएंगे मंदिरनुमा संरचना

जयपुर/दौसा। राजस्थान की ऐतिहासिक धरोहरों में शुमार #AbhaneriBaori दौसा स्थित आभानेरी बावड़ी के गर्भ में छिपा रहस्य अब पर्यटकों के सामने आ चुका है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने आभानेरी के उस हिस्से को आमजन के लिए खोल दिया है, जो करीब दो दशक से भी अधिक समय तक बंद था। विभाग की इस पहल से अब पर्यटक न केवल इस प्राचीन स्थापत्य का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकेंगे, बल्कि बावड़ी की ऐतिहासिक गहराई से भी जुड़ पाएंगे। यह वह संरचना है, जो दशकों तक सुरक्षा और संरक्षण कार्यों के चलते आमजन की पहुंच से बाहर रही।

आमजन से जोड़ने की अच्छी पहल

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अनुसार, इस संरचना को खोलने का उद्देश्य केवल दर्शन सुलभ कराना नहीं, बल्कि पर्यटकों को इससे धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्तर पर जोड़ना भी है। यह कदम एएसआई की उस नीति का हिस्सा है, जिसमें देश की विरासत को आमजन से जोड़ने और समझने की कोशिश की जा रही है।

सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम

#AbhaneriBaori में इतिहास के इस नायाब नमूने को खोलते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने पर्यटकों की सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी है। परिसर में चेतावनी बोर्ड, सुरक्षा संकेत और गाइडलाइन वाले निर्देश लगाए गए हैं ताकि भ्रमण के दौरान किसी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। संरचना की गहराई और पत्थर की सीढ़ियों को देखते हुए सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा गया है।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारी बोले

विनय गुप्ता, अधीक्षण पुरातत्वविद्, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग, जयपुर सर्किल ने बताया कि हमारा उद्देश्य केवल स्मारकों का संरक्षण नहीं बल्कि उन्हें जीवंत बनाना है। जब पर्यटक स्मारकों में समय बिताते हैं, उनकी कहानियों को समझते हैं, तब वे इतिहास से भावनात्मक रूप से जुड़ते हैं। यह पहल उसी दिशा में एक प्रयास है। गुप्ता ने कहा कि इस ऐतिहासिक संरचना को फिर से खोलना न सिर्फ स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत की छवि को मजबूत करेगा।

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