जयपुर। रणथंभौर के नाका शेरपुर के अधीन क्षेत्र से ऐरोहेड की मादा शावक आरबीटी 2508 को मंगलवार को ट्रेंकुलाइज किया गया। इसके बाद रेडियो कॉलर पहनाकर बाघिन को रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व बून्दी के लिए रवाना किया गया। बारिश के बाद मौसम सही होने पर उप वन संरक्षक डॉ. रामानन्द भाकर के नेतृत्व में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. राजीव गर्ग, वन विभाग के वरिष्ठ पशुचिकित्सक डॉ. सीपी मीना, सहायक वन संरक्षक तेजस पाटील, महेश चन्द शर्मा, निखिल शर्मा, फिल्ड बायोलोजिस्ट मोहम्मद मैराज, क्षेत्रीय वन अधिकारी अश्वनी प्रताप सिंह एवं होमगार्ड जसकरण सिंह आदि की टीम ने इस ऑपरेशन को सफलता पूर्वक पूरा किया गया।

रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में पिछले दिनों लोगों पर टाइगर द्वारा हमला की घटनाओं के बाद मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक द्वारा गठित कमेटी के सिफारिश अनुसार राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण एवं वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की अनुमति बाद ऐरोहेड की मादा शावक आरबीटी-2508 को रामगढ विषधारी टाइगर रिजर्व बून्दी में शिफ्ट किया जा रहा है। आरबीटी-2508 की बहिन शावक आरबीटी 2507 को भीड एनक्लोजर में रखा गया है। वहीं ऐरोहेड के नर शावक आरबीटी 2509 को कैलादेवी वन्यजीव अभयारण्य के एनक्लोजर में रखा गया है।