ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों पर आधुनिक सुविधाओं का विकास, रोजगार के नए अवसर
वॉटर-डेजर्ट एडवेंचर और वेडिंग डेस्टिनेशन को मिलेगी नई पहचान
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि राजस्थान देश में पर्यटन के क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में निरंतर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐतिहासिक, प्राकृतिक और धार्मिक पर्यटन स्थलों पर उच्चस्तरीय आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाएं, ताकि राज्य में पर्यटकों की संख्या बढ़े।
सीएम शर्मा मुख्यमंत्री कार्यालय में शुक्रवार को पर्यटन व कला एवं संस्कृति विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास कार्यों में जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के सुझाव भी शामिल किए जाएं। राजकीय संग्रहालयों के उन्नयन, पैनोरमा निर्माण, बावड़ियों के जीर्णोद्धार जैसे कार्यों को प्राथमिकता के साथ समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए।
धार्मिक पर्यटन से रोजगार के नए अवसर
सीएम शर्मा ने कहा कि धार्मिक स्थलों के विकास से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर कॉरिडोर और घाटों के विकास को कार्ययोजना के आधार पर करने और ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चिन्हित स्थानों पर डीपीआर शीघ्र तैयार करने के निर्देश दिए।
रोमांचक पर्यटन और वेडिंग डेस्टिनेशन पर जोर
उन्होंने वॉटर और डेजर्ट एडवेंचर एक्टिविटीज के लिए गाइडलाइन तैयार करने और वेडिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने पर बल दिया। साथ ही हैरिटेज पर्यटन स्थलों पर बजट घोषणा 2025-26 के विकास कार्यों को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट का विकास
सीएम भजनलाल शर्मा ने उदयपुर व जोधपुर में ट्रेवल मार्ट के आयोजन और बेणेश्वर धाम, रामेश्वर घाट, बीगोद संगम को त्रिवेणी संगम के रूप में विकसित करने पर जोर दिया। जनजातीय क्षेत्रों में ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट तैयार करने के निर्देश भी दिए। बैठक में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, राजस्थान धरोहर प्राधिकरण अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत और विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।