जयपुर। पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर राशी डोगरा डूडी ने बताया कि जिला जयपुर उत्तर में वन्य जीवों की अवैध रूप से तस्करी कर मोटा पैसा कमाने वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही एवं धरपकड करने के लिए निर्देशित किया गया था। जिस संबंध में डॉ दुर्ग सिंह (आर.पी.एस), अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (प्रथम), जयपुर उत्तर एवं हरि शंकर शर्मा, सहायक पुलिस आयुक्त (रामगंज) के सुपरवीजन में दिलीप कुमार सोनी (पु.नि), प्रभारी, जिला स्पेशल टीम, जयपुर उत्तर एवं देवेन्द्र प्रताप वर्मा (पु.नि), थानाधिकारी, पुलिस थाना रामगंज, जयपुर उत्तर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई।
डीएसटी जयपुर (उत्तर) से सुरेन्द्रपाल सिंह हैडकानि एवं जयसिंह हैडकानि को मुखबीर के जरिए खास आसूचना मिली कि एक लड़का जिसकी उम्र करीबन 35 साल है। उसके हाथ में एक बैग लटका हुआ है जिसमें कछुए हैं। जिन्हें बेचने की फिराक में इधर उधर बाबू का टीबा, चौकडी तोपखाना हुजुरी में घुम रहा है। आसूचना पर डीएसटी टीम एवं पुलिस थाना रामगंज द्वारा त्वरित संयुक्त कार्यवाही करते हुए बाबू का टीबा पहुंची। जहां मुखबीर खास द्वारा बताए उक्त हुलिए के अनुसार शख्स मिला। जिसे दस्तयाब कर तलाशी लेने पर बैग से कुल 45 कछुए बरामद किए गए हैं।
शख्स ने पुछताछ करने पर बताया कि उसका नाम सोनू पुत्र भूरा उम्र 37 साल निवासी गोवर्धन गेट, मछली मोहल्ला, थाना मधूरागेट, जिला भरतपुर, राजस्थान हाल किरायेदार बोबी का मकान, मस्जिद के पास, नागतलाई, कली का भट्टा थाना गलतागेट, जयपुर है। उसने कछुओं को तोफिक नामक व्यक्ति से खरीदकर जयपुर में बेचने के लिए लाना बताया। जिसके खिलाफ पुलिस थाना रामगंज जयपुर उत्तर में प्रकरण संख्या 0113/2025 अंतर्गत धारा 2,9,39,48ए, 50,51 (1) वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 में प्रकरण दर्ज कर अवैध रूप से वन्यजीवों को अपने कब्जे में रखना, खरीद-फिरोख्त आदि के संबंध में अग्रिम अनुसंधान किया जा रहा है।