तमिलनाडु में होगा 19 और 20 सितंबर को आईएचएचए का 11वां एनुअल कन्वेंशन
जयपुर। राजस्थान में हेरिटेज टूरिज्म पॉलिसी है, लेकिन केन्द्र सरकार के लिए भी देश भर में विरासत संरक्षण और संवर्धन के लिए एक व्यापक फ्रेमवर्क तैयार करने हेतु एक समान नीति स्थापित करना महत्वपूर्ण है। शेखावाटी और चेट्टीनाड जैसे समृद्ध विरासत वाले क्षेत्रों को समर्पित संरक्षण प्रयासों की आवश्यकता है। भारत सरकार को विभिन्न राज्यों में इन पहलों को समर्थन देने के लिए एक कोष आवंटित करना चाहिए। इन बिंदूओं को भारतीय हेरिटेज होटल एसोसिएशन (आईएचएचए) के 11वें वार्षिक कन्वेंशन में सरकार के सामने रखा जाएगा, जो इस वर्ष 19 और 20 सितंबर को तमिलनाडु के तंजावूर में इंडेको होटल स्वामीमलाई, कुंभकोणम में आयोजित किया जा रहा है। यह बात आईएचएचए के जनरल सेक्रेटरी, कैप्टन गज सिंह ने बुधवार को अलसीसर हवेली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कही।
आईएचएचए के कन्वेंशन चेयरमैन राजेंद्र सिंह पचार ने दो दिवसीय कन्वेंशन के दौरान होने वाले कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस वर्ष एजीएम और कन्वेंशन की थीम ‘रिवाइटलाइजिंग इंडियन हेरिटेज’ है। यह पहली बार है जब राजस्थान के बाहर किसी अन्य राज्य में आईएचएचए एजीएम और कन्वेंशन का आयोजन होने जा रहा है। कार्यक्रम में पूरे भारत से लगभग 150 हेरिटेज होटलियर्स के शामिल होने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि 19 सितंबर को आईएचएचए के 11वें वार्षिक कन्वेंशन का उद्घाटन मुख्य अतिथि तमिलनाडु के पर्यटन मंत्री थिरु के रामचंद्रन और विशिष्ठ अतिथि पुडुचेरी के पर्यटन मंत्री के लक्ष्मीनारायणन द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया जाएगा। कार्यक्रम में भारत सरकार, पर्यटन मंत्रालय, एडिशनल सेक्रेटरी, आईएएस डॉ. सुमन बिल्ला और भारत सरकार, पर्यटन मंत्रालय, महानिदेशक, आईएएस मुग्धा सिन्हा भी शामिल होंगी।
इसी तरह 20 सितंबर को दिन की शुरुआत पहले साउथ इंडिया टूर ऑपरेटर्स की हेरिटेज होटल मालिकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग के साथ होगी। जिसके बाद, एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक होगी, जिसमें केवल एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्य हिस्सा लेंगे। इस बैठक के बाद आईएचएचए की 23वीं एनुअल जनरल मीटिंग आयोजित की जाएगी।