जयपुर। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने रविवार को जवाहर कला केंद्र #JKK में आयोजित ‘रंगरीत कला महोत्सव’ में लघु पारंपरिक चित्रकला शैली पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया और चित्रकारों की कला की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शनी भारतीय संस्कृति की विविधताओं को दर्शाने का अनूठा प्रयास है। इस अवसर पर दुर्गा सप्तशती, वेद, रामायण और महाभारत जैसे ग्रंथों पर आधारित चित्रों का अवलोकन करने का अवसर मिला, जो अत्यंत प्रेरणादायक है।
देश के विभिन्न कोनों से आए चित्रकारों की कला को अद्भुत बताते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रयास कलाकारों को नई प्रेरणाओं और प्रतिस्पर्धाओं के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कलाकारों को बधाई दी और उनके कार्यों की सराहना की।
यह प्रदर्शनी स्वतंत्रता के बाद पहली बार इस प्रकार की है जिसमें पारंपरिक तरीकों से चित्र बनाकर प्रदर्शित किए गए हैं। कलाकारों ने परंपरागत तकनीकों का प्रयोग करते हुए गोल्ड लीफ, चौबीस कैरेट सोने का रंग (हिलकारी), खनिज, स्टोन, मिनरल्स, मेटालिक और केमिकल रंगों का उपयोग किया है।
इस अवसर पर लाइव चित्रकला, कार्यशाला एवं संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें पुराने चित्रकला रूपों को जीवंत बनाए रखने के साथ ही नए कलाकारों को भी सीखने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ। इस चित्रकला प्रदर्शनी में चित्र बनाने की पहली प्रक्रिया से लेकर अंतिम परिणाम तक की सभी विधाओं को समझने और सीखने का अवसर प्रदान किया गया।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पारंपरिक कलाओं और कलाकारों के संरक्षण एवं प्रोत्साहन के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। यह महोत्सव उनके संकल्पों को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों को आज अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस की शुभकामनाएं भी दीं।