उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी का खाटूश्यामजी दौरा

शेखावाटी हवेलियों और खाटूश्यामजी कॉरिडोर डीपीआर की समीक्षा की
हवेलीयों के संरक्षण से बचेगा हैरिटेज,जल्द होगा खाटू नगरी का कायाकल्प

जयपुर। उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ भवन खाटूश्यामजी में शेखावाटी क्षेत्र की ऐतिहासिक हवेलियों के संरक्षण और श्री खाटूश्यामजी मंदिर कॉरिडोर के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
इस अवसर पर आयोजित बैठक में सीकर, झुंझुनूं और चूरू के जिला कलेक्टर, पर्यटन हितधारक, श्री श्याम मंदिर कमेटी के प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। बैठक में उप मुख्यमंत्री ने शेखावाटी की सांस्कृतिक धरोहर को मूल स्वरूप में संरक्षित करने और खाटूश्यामजी मंदिर को विश्वस्तरीय तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

शेखावाटी की हवेलियों के संरक्षण के लिए हो ठोस कदम

उपमुख्यमंत्री ने शेखावाटी की विश्व प्रसिद्ध हवेलियों के संरक्षण के लिए किए जाने वाले प्रभावी उपायों पर जोर दिया। उन्होंने हवेलियों की रजिस्ट्री और स्थानांतरण के दौरान कड़ी जांच, जिला व नगरपालिका स्तर पर कमेटी गठन, नियमित मॉनिटरिंग और अतिक्रमण हटाने की त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में हेरिटेज संरक्षण के लिए विधानसभा में विशेष एक्ट लाने की आवश्यकता पर बल देते हुए तमिलनाडु के चेट्टीनाड मॉडल का अध्ययन कर शेखावाटी में लागू करने का सुझाव दिया।

वहीं यूनेस्को की हेरिटेज रिपोर्ट की समीक्षा कर इन स्थलों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए बेहतर कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए। हितधारकों ने हवेलियों के लिए जोन निर्धारण, हेरिटेज कंजर्वेशन अथॉरिटी गठन और पर्यटन केंद्रित बजट जैसे सुझाव दिए, जिन्हें उप मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लेते हुए सभी जिला कलेक्टर्स को त्वरित कार्यवाही के लिए कहा।

खाटूश्यामजी मंदिर कॉरिडोर का होगा विकास

बैठक में केन्द्र सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत स्वीकृत श्री खाटूश्यामजी मंदिर कॉरिडोर के विकास कार्यों की डीपीआर की समीक्षा की गई। इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत सरकार ने राज्य के प्रस्ताव पर पूर्ण बजट स्वीकृत किया है, जिससे मंदिर को भव्य स्वरूप प्रदान किया जाएगा। डिजिटल म्यूजियम, इंटरप्रिटेशन सेंटर, ओपन एयर थिएटर, लाइट एंड साउंड शो, कथा पंडाल, कैफेटेरिया, पार्किंग, फूड कोर्ट और मुख्य प्रवेश द्वारों की प्रगति की समीक्षा कर उन्होंने आवश्यक सुझाव दिए।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एंट्री पॉइंट्स पर पार्किंग, ड्रेनेज सिस्टम और सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसे कार्यों के लिए राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त बजट आवंटन की घोषणा की। वहीं खाटूश्यामजी मंदिर की दर्शन व्यवस्था को और सुगम बनाने के लिए जिला प्रशासन, मंदिर कमेटी और जनप्रतिनिधियों से सुझाव लेकर कार्ययोजना को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए।

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