जयपुर। बचपन एक कच्चे घड़े के समान होता है, इस उम्र में जो भी सीखा जाता है, वह बच्चे के मन-मस्तिष्क पर स्थायी प्रभाव छोड़ता है। ऐसे में कलात्मक गतिविधियों का प्रशिक्षण बच्चों के मानसिक विकास में सहायक होता है। इसी उद्देश्य से जवाहर कला केंद्र की ओर से ग्रीष्मकालीन अवकाश के अवसर पर हर साल आयोजित होने वाले जूनियर समर कैंप का शुभारंभ शुक्रवार को हुआ। इस बार कैंप में 400 से अधिक बच्चों ने भाग लिया है।
केंद्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने कैम्प का उद्घाटन किया। उन्होंने कैनवास पर रंगों से ‘लेट्स लर्न एंड हैव फन’ लिखकर बच्चों को मिलकर सीखने और पूरे उत्साह के साथ आनंद लेने का संदेश दिया। बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस कैंप का बच्चे पूरे साल इंतज़ार करते हैं क्योंकि यह उनकी दैनिक दिनचर्या में थोड़ा आनंद भर देता है। कैंप में विभिन्न कलात्मक गतिविधियों को सीखने से वह स्क्रीन से भी दूर रहते हैं और अपने अंदर छिपे हुनर को निखारने में वह सफल होते हैं। इस अवसर पर केंद्र की वरिष्ठ लेखाधिकारी बिंदु भोभरिया, सहायक निदेशक अब्दुल लतीफ उस्ता, सीनियर प्रोग्रामिंग कंसल्टेंट मैनेजर चन्द्रदीप हाड़ा, अन्य प्रशासनिक अधिकारी, समस्त प्रशिक्षक, प्रतिभागी और उनके परिजन उपस्थित रहे। 8 से 17 वर्ष के 400 से अधिक बच्चे कैम्प में हिस्सा ले रहे हैं। कैम्प 20 जून तक जारी रहेगा, अंत में प्रतिभागियों की मंचीय प्रस्तुति भी होगी।