जयपुर। यज्ञीय भावना और प्रक्रिया द्वारा अन्न में संस्कारों की स्थापना के लिए गोविंद देवजी मंदिर में आषाढ़ कृष्ण एकादशी रविवार को सुबह आठ से दस बजे तक निशुल्क पंच कुंडीय बलिवैश्व गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में यज्ञ को गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के विद्वानों की टोली संपन्न कराएगी। गोविंद देवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि यज्ञ पूरी तरह निशुल्क है। निश्चित समय पर आने वाले सभी दर्शनार्थियों को आहुतियां प्रदान करने का अवसर मिलेगा। हवन के निमित्त किसी सामग्री लाने की आवश्यक्ता नहीं है।
गुरुवार को गायत्री शक्ति पीठ ब्रह्मपुरी और किरण पथ मानसरोवर स्थित श्री वेदमाता गायत्री वेदना निवारण केन्द्र में गायत्री परिवार के वरिष्ठ परिजनों ने पोस्टर का विमोचन किया गया। बाद में वेदमाता गायत्री और प्रथम पूज्य गणपति को निमंत्रित किया गया। गायत्री परिवार राजस्थान के प्रभारी ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि अग्नि पर भोग लगाना हमारी परंपरा रही है। अब लकड़ी के चूल्हे नहीं होने के कारण यह परंपरा धीरे-धीरे समाप्त होती जा रही है। गायत्री परिवार ने गैस चूल्हे पर अग्नि को भोग लगाने के लिए तांबे का विशेष पात्र तैयार करवाया है।