राजस्थान की लोक संस्कृति को मिलेगा वैश्विक मंच
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर राजधानी जयपुर में पहली बार ‘घूमर फेस्टिवल-2025’ का आयोजन किया जाएगा। यह उत्सव 15 नवम्बर को होगा, जिसका उद्देश्य राजस्थान की समृद्ध लोकसंस्कृति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नई पहचान दिलाना और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है।
तैयारियों की रूपरेखा तय
जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को हुई बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने की। उन्होंने अधिकारियों को समयबद्ध और प्रभावी तैयारियों के निर्देश दिए। बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री दिया कुमारी के निर्देशन में फेस्टिवल को राजस्थान की धरोहर का प्रतीक बनाने पर जोर दिया गया।
प्रतिभागियों का पंजीकरण और कार्यशालाएं
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने जानकारी दी कि प्रतिभागियों का ऑनलाइन पंजीकरण 15 सितम्बर से शुरू होगा। विभिन्न संस्थाओं से अधिकतम 20 प्रतिभागियों के समूह पंजीकरण कर सकेंगे। उन्हें प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपए भी दी जाएगी। साथ ही 9 से 13 नवम्बर तक कार्यशालाओं का आयोजन होगा, जिसमें लोक नृत्य और संस्कृति से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सुविधाएं और सुरक्षा इंतज़ाम
मुख्य कार्यक्रम स्थलों के रूप में विश्वकर्मा स्टेडियम, पोली ग्राउंड और महिला निकेतन कॉलेज ग्राउंड प्रस्तावित हैं। आयोजन स्थल पर टेंट, लाइट, साउंड, सजावट और वीडियो रिकॉर्डिंग की व्यवस्था पर्यटन विभाग करेगा। वहीं नगर निगम, पीएचईडी और जेवीएनएल पेयजल, साफ-सफाई, विद्युत और शौचालय जैसी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। प्रतिभागियों और दर्शकों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल, चिकित्सा दल और आपात सेवाएं तैनात रहेंगी।
सभी विभागों की सक्रिय भागीदारी
बैठक में विभिन्न विभागों, शैक्षिक संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने भाग लिया। जिला कलेक्टर ने सभी विभागों को आपसी समन्वय और सहयोग से कार्य करने के निर्देश दिए, ताकि यह आयोजन राजस्थान की संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा सके।
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