उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने ली अजमेर-केकड़ी की समीक्षा बैठक
जयपुर। उप मुख्यमंत्री एवं अजमेर जिले की प्रभारी मंत्री दिया कुमारी ने निर्देश दिए हैं कि अतिवृष्टि के कारण खराब जिले की सड़कों की मरम्मत के लिए अधिक से अधिक प्रस्ताव बना कर भिजवाएं जाएं। फसलों के खराबे के आकलन का काम जल्द पूरा हो ताकि किसानों को उचित मुआवजा मिल सके। उन्होंने कहा कि बारिश के दौरान जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए मास्टर ड्रेनेज प्लान तैयार होगा। यह योजना प्रदेश के सभी शहरों के लिए बनाई जाएगी।
उप मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में अजमेर एवं केकड़ी जिले से संबंधित विभिन्न कामकाज एवं बजट घोषणाओं की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हुइ अतिवृष्टि के कारण जिले में सड़कों, भवनों एवं फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। सड़कों एवं भवनों की मरम्मत के विस्तृत प्रस्ताव तैयार करवा कर भिजवाए जाएं। इसमें जन प्रतिनिधियों से भी सहयोग लिया जाए। सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिक से अधिक प्रस्ताव तैयार करके भिजवाएं। राज्य सरकार की ओर से धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इसी तरह फसल खराबे के आंकलन के लिए गिरदावरी भी शीघ्र कराई जाए। जिला प्रशासन अपने अधीनस्थ राजस्व प्रशासन को तय समय सीमा में फील्ड में जाकर गिरदावरी के लिए पाबंद करें।
राइजिंग राजस्थान और जिलों में डिस्ट्रिक समिट होना है
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि आने वाले दिनों में जयपुर में राइजिंग राजस्थान एवं जिलों में डिस्ट्रिक समिट का आयोजन होना है। जिला प्रशासन इसके लिए तैयारी करे। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा इस आयोजन की सफलता के लिए बड़े स्तर पर तैयारी कर रहे हैं। अजमेर में आईटी पार्क एवं किशनगढ़ में टाईल्स मनुफेक्रचरिंग हब सहित मार्बल, माइन्स, पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन सहित विविध क्षेत्रों में निवेश की विपुल संभावनाएं हैं। इस दिशा में गंभीरता से प्रयास किए जाएं।
भविष्य में ऎसी स्थिति से निपटने के लिए बनाया जाएगा मास्टर ड्रेनेज प्लान
बैठक में अजमेर जिला प्रशासन ने अजमेर में जल भराव एवं इससे निपटने के लिए किए गए प्रयासों की विस्तृत जानकारी दी। जिला कलक्टर लोक बंधु, नगर निगम के आयुक्त देशल दान ने बताया कि इस साल सामान्य से अधिक वर्षा के कारण कई क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति थी। इन सभी जगहों पर युद्धस्तर पर प्रयास करके जल भराव समाप्त कर दिया गया है। सभी सड़कों पर सामान्य आवागमन शुरू हो गया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भविष्य में ऎसी स्थिति से निपटने के लिए मास्टर ड्रेनेज प्लान बनाया जाएगा। जो सड़कें अभी गारंटी पीरियड में हैं, वे सड़कें ठेकेदार से सहीं करवाई जाएगी। अमृत योजना के तहत भी ड्रेनेज का काम करवाया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि गांवों में पशु चिकित्सा के लिए चलने वाली मोबाइल वैन का रूट स्थानीय विधायक एवं जनप्रतिनिधियों से चर्चा कर निर्धारित हो एवं इनमें दवा की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए। ज्यादा से ज्यादा क्षेत्रों में मनरेगा के काम स्वीकृत हो।