जयपुर। घुमंतू समुदायों के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए शिक्षामंत्री मदन दिलावर के निर्देशानुसार शिक्षा विभाग ने प्रवेशोत्सव अभियान 2025-26 के अंतर्गत घुमंतू समुदायों के बच्चों को विद्यालय और आंगनबाड़ी से जोड़ने के लिए विशेष पहल की है। इसका उद्देश्य इन बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा में लाकर उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करना है। इसके लिए प्रवेशोत्सव अभियान सत्र 2025-26 के तहत घुमंतू, अर्द्धघुमंतू एवं विमुक्त परिवारों के समस्त बालक बालिकाओं के लिए विशेष अभियान चलाकर इन परिवारों के बच्चों को शिक्षा के लिए विद्यालयों या आंगनबाड़ी से जोड़ा जाएगा।
अभियान के तहत बच्चों को जिनकी आयु आंगनबाड़ी-विद्यालय जाने योग्य है, उन्हें चिन्हित कर उनकी आयु के अनुरुप आंगनबाड़ी-विद्यालय से जोड़ा जाएगा। इन बच्चों के प्रवेश में आधार, जन्म प्रमाणपत्र आदि सहित आने वाली कठिनाईयों को दूर करने के लिए अधीनस्थ संस्था प्रधानों को घुमन्तु जाति पहचान पत्र बनाकर राजकीय विद्यालयों में अधिकारिक प्रवेश सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किए हैं।
इनका कहना है
शिक्षामंत्री के निर्देशों की पालना में समस्त राजकीय विद्यालय प्रमुख यह सुनिश्चित करें कि कोई बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
सीताराम जाट, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा