लोगों से अपील जब भी लेपर्ड सहित अन्य वन्यजीव दिखाई दे, भीड़ एकत्र ना करें
टीम एनएक्सआर जयपुर। जयपुर के रिहायशी इलाके में अपार्टमेंट, पार्क और सड़क पर दौड़ता लेपर्ड और उसके पीछे वीडियो बनाने के लिए दौड़ती भीड़। कुछ ऐसे दृश्य देखने को मिले विद्याधर नगर स्थित सेक्टर दो में। जहां कंट्रोल रूम से सूचना पाकर वन विभाग की रेस्क्यू टीम करीब डेढ़ बजे मौके पर पहुंची। यहां टीम मादा लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज करने के दौरान मशक्कत करती हुई दिखी। पुलिस और वन विभाग का स्टॉफ कई बार लोगों से लेपर्ड के मूवमेंट वाले क्षेत्र से दूर रहने की अपील करते रहे। इस बीच आखिरकार शाम 5 बजकर 20 मिनट पर लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज डॉट मारी गई। इसके बाद लेपर्ड कुछ दूरी तक चलकर एक गार्डन में बेहोश हो गई। जिसे लेकर वन विभाग की टीम रेस्क्यू कर नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ले गई। जहां से देर रात मादा लेपर्ड को जमवारामगढ़ वन क्षेत्र में रिलीज करने की जानकारी सामने आ रही है।
इससे पहले मादा लेपर्ड विद्याधर के सेक्टर दो स्थित क्षेत्र में भीड के सामने डरी और सहमी नजर आई। इस दौरान इतनी भीड़ देख अपनी जान को खतरा समझ उसने तीन लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया। डॉक्टर अरविंद माथुर ने कहा कि अगर यहां ज्यादा भीड़ इकट्ठा नहीं होती तो लेपर्ड को जल्द ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू कर लिए जाता। हमने इसके रेस्क्यू होने तक भीड़ को इस क्षेत्र से दूर रहने के लिए कई बार अपील भी की गई। लेकिन लेपर्ड जिस ओर मूवमेंट कर रहा था भीड़ भी उसी ओर दौड़ रही थी। रेंजर जगदीश शर्मा ने बताया कि करीब डेढ़ बजे पहुंचकर टीम ने साढ़े पांच बजे मादा लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया।
वन विभाग के अधिकारियों की अपील
वन विभाग के अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि जब भी किसी रिहायशी इलाके में लेपर्ड सहित अन्य वन्यजीव का मूवमेंट दिखे तो उस समय उस क्षेत्र में भीड एकत्र न करें। इससे लेपर्ड सहित अन्य वन्यजीव अपनी जान को खतरा समझते हैं और लोगों पर हमला कर देते हैं।
MNIT से रेस्क्यू की गई वो मादा लेपर्ड तो नहीं…
वन विभाग का स्टॉफ मादा लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज करने की मशक्कत कर रहा था, उस समय उनकी जुबान पर बार बार यही शब्द आ रहे थे कि ये 15 सितंबर को जेएलएन मार्ग स्थित MNIT से पिंजरे में कैद हुई मादा लेपर्ड हो सकती है। क्योंकि इसे पकड़कर नाहरगढ अभ्यारण्य में छोड़ा गया था। वहीं फोटो से भी मिलान किया गया था। उस समय पकड़ी गई लेपर्ड मादा थी। हालांकि इस बारे में वन विभाग के अधिकारियों ने आधिकारिक पुष्टि नहीं की।
इनका कहना
पुलिस कंट्रोल रूम से एक बजे विद्याधर नगर के सेक्टर दो में लेपर्ड की सूचना मिलने पर रेस्क्यू टीम को मौके के लिए रवाना किया गया। जहां टीम ने शाम करीब साढ़े पांच बजे दो से तीन साल की मादा लेपर्ड को ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया। इसे बाद में नाहरगढ़ जैविक उद्यान लाया गया।
जगदीश गुप्ता, उप वन संरक्षक (वन्यजीव) चिड़ियाघर, जयपुर।