टीम एनएक्सआर जयपुर। बाघ परियोजना सरिस्का का नर बाघ एसटी-2303 सरिस्का वन क्षेत्र से बाहर निकलकर अलवर वन मण्डल के वन क्षेत्रों / गैर वन क्षेत्रों में विचरण करते हुए हरियाणा राज्य के वन मण्डल रेवाडी के झाबुआ बीड में पहुंच गया था। इस दौरान बाघ को ट्रेंकुलाइज करने के कई बार प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन अनुकूल परिस्थिति नहीं होने के कारण ट्रेंकुलाइज करने में सफलता नही मिल पा रही थी।
रविवार को वन संरक्षक एवं क्षेत्र निदेशक सरिस्का बाघ परियोजना संग्राम सिंह कटियार एवं बाघ परियोजना सरिस्का के उप वन संरक्षक अभिमन्यु सहारण के निर्देशन में नर बाघ एसटी-2303 को हरियाणा राज्य अधीन वन मण्डल रेवाडी के झाबुआ बीड से राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण नई दिल्ली (एन.टी. सी.ए) द्वारा जारी की गई एस.ओ.पी. अनुसार पूर्व अनुमति लेने के पश्चात बूंदी के रामगढ विषधारी टाईगर रिजर्व भिजवाने के लिए रवाना किया गया।
गौरतलब है कि 17 अगस्त, 2024 से बाघ एसटी 2303 बाघ रेवाडी के झाबुआ बीड में विचरण कर रहा था। कई बार इसे ट्रेंकुलाइज करने के भी प्रयास किए गए थे।