एनएक्सआर जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा है कि वही समाज तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ता है जिसमें नारी सशक्तीकरण के लिए कार्य होता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कार और हिम्मत नारी शक्ति के रूप में मां ही देती है। उन्होंने मातृ शक्ति को बच्चों की बौद्धिक क्षमता में वृद्धि करने वाली बताते हुए कहा कि महिलाओं को मन से मजबूत होना चाहिए।
बागडे सोमवार को एक निजी होटल में ‘महिला सुरक्षा मंच’ द्वारा आयोजित ‘नारी शक्ति 2024’ पुरस्कार समारोह में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण, उद्यमिता, शिक्षा, चिकित्सा, अर्थव्यवस्था आदि विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को ‘नारी शक्ति 2024’ पुरस्कार प्रदान करते हुए उनके कार्यों से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने कहा कि महिलाओं को हमारे यहां देवी का रूप दिया गया है। वे शक्तस्वरूपा हैं, इसलिए उन्हें हर स्थिति में निडर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय परंपरा में कन्या पूजन की परंपरा आरंभ से रही हैं। उन्होंने सनातन संस्कृति और नारी शक्ति की चर्चा करते हुए कहा कि नवरात्रा शक्ति उपासना का ही पर्व है। उन्होंने कहा कि पर्वों के जरिए भारतीय संस्कृति को जीवित रखने का कार्य घर की महिलाओं ने ही किया हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा महिला आरक्षण बिल पारित कर महिलाओं को आगे बढ़ाने का ऐतिहासिक कार्य किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर देश में नारी सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर कार्य किया गया है। उन्होंने राजस्थान के सुदूर क्षेत्रों में हर घर जल और अन्य कार्यों से आए बदलाव की चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं की कठिनाइयों को दूर करने के साथ ही लखपति दीदी, महिला उद्यमिता के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने विकसित भारत के लिए महिला भागीदारी के अंतर्गत भी कार्य किए जाने पर जोर दिया। उन्होंने समाज में महिला शिक्षा और उन्हें अवसर देने के लिए सभी स्तरों पर कार्य करने पर जोर दिया।
इस अवसर पर जयपुर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर ने महिला शक्ति के लिए मिलकर कार्य करने पर जोर दिया। आरंभ में ‘महिला सुरक्षा मंच’ की बबीता शर्मा ने सभी का स्वागत किया।