ट्यूरिस्ट इन्हें देख होते हैं रोमांचित, दो साल पहले रामेश्वरम् से लाए थे पत्थर
टीम एनएक्सआर जयपुर। गुर्जर घाटी स्थित खजाना महल में बने रामसेतु कुंड में सात पत्थर तैरते देख पर्यटक दांतों तले अंगुलियां दबा लेते हैं। अयोध्या में जब रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी, उस समय यहां पंडितों ने पर्यटकों की उपस्थित में राम सेतु के तैरते पत्थरों की पूजा अर्चना की थी। रामेश्वरम् के बाद प्रदेश में जयपुर स्थित खजाना महल संभवतः पहला ऐसा स्थान है, जहां कुंड में एक साथ सात राम नामी पत्थर तैरते हुए श्रीराम की लंका पर विजय गाथा के साक्षी होने का साक्षात प्रमाण दे रहे हैं। इसके अतिरिक्त प्रदेश की पहली ऐसी जगह हैं, जहां पर्यटकों को ये पत्थर देखने को मिल रहे हैं। खजाना महल में कई पर्यटक ऐसे भी आते हैं जो राम नाम लिखे पत्थरों को छूकर भावुक हो जाते हैं।
यहां जिप लाइन का भी रोमांच
गुर्जर घाटी स्थित खजाना महल में टूरिस्ट विभिन्न रत्नों को देखने के साथ ही जिप लाइन का भी लुत्फ उठा रहे हैं। ये एक ऐसी एडवेंचरस एक्टिविटी है, जिसका लुत्फ हर कोई उठाना चाहेगा। यहां आने वाले ट्यूटिस्ट को ऑडियो-वीडियो के जरिए रत्नों से जुड़ी जानकारियां दी जाती है।
इनका कहना…
रोजाना राम सेतु कुंड में तैरते पत्थरों की पूजा अर्चना की जाती है। वैसे तो यह पत्थर दो वर्ष से इस कुंड में तैर रहे हैं। प्रभु श्रीराम के संघर्ष और लंका विजय के प्रतीक रामसेतु के पवित्र पत्थरों को देख पर्यटक आकर्षित होते हैं ।
अनूप श्रीवास्तव, फाउंडर डायरेक्टर, खजाना महल