ग्रामवासियों की मांग पर बाघों को किया गया रेस्क्यू
भोपाल। मुख्य वन संरक्षक भोपाल वृत्त के मार्गदर्शन एवं वन मण्डल अधिकारी ओबेदुल्लागंज के नेतृत्व में परिक्षेत्र चिकलोद के स्टॉफ द्वारा सोमवार को ग्रामवासियों की मांग पर बाघों को पकड़ने के लिए पिंजरे लगाए गए। वन विहार भोपाल एवं सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की रेस्क्यू टीम, पशु चिकित्सकों एवं स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सहयोग से दोनों बाघों का रेस्क्यू किया गया। रेस्क्यू के बाद दोनों का स्वास्थ्य परीक्षण कर सुरक्षित ढंग से सतपुड़ा टाइगर रिजर्व भेजा गया।
भोजपुर से लगे हुए वन क्षेत्र बीट भोजपुर में भोजपुर-ईमलिया मार्ग पर दो बाघों का लगातार विचरण पिछले एक माह से बना हुआ था। इन्होंने 5 मवेशियों का शिकार किया था। बाघ के विचरण के कारण ग्रामीण असुरक्षित महसूस कर रहे थे। खेतों एवं वन क्षेत्र के मध्य से जो रास्ता निकलता है, वह ग्रामीणों का मुख्य मार्ग है, जिससे ग्रामीणों का भोजपुर, मण्डीदीप और बंगरसिया आना-जाना लगा रहता है।
कुछ ग्रामीण मण्डीदीप फैक्ट्रियों में नौकरी करने भी जाते हैं। वन विभाग से ग्रामवासी लगातार बाघों के रेस्क्यू की मांग कर रहे थे। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर भी टाइगर के मूवमेंट के संबंध में लिखा था। ग्रामीणों की मांग को दृष्टिगत रखते हुए वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने दोनों बाघों को रेस्क्यू करने का निर्णय लिया।