पुरातत्व विभाग के संरक्षित स्मारकों में इस बार कम आए पर्यटक, पर्यटन विशेषज्ञों ने बताए संख्या में गिरावट के कारण…

भारत में यात्रा करना महंगा हो गया है, जबकि आसपास के देशों में यात्रा करना है काफी सस्ता

पर्यटन सीजन शुरू होते ही शादियों का सिलसिला हो जाता है शुरू, इससे होटलों के टैरिफ भी बढ़ जाते हैं, इससे भी पर्यटन पर पद रहा असर

टीम एनएक्सआर जयपुर। पर्यटन सीजन शुरू होते ही प्रदेश में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के संरक्षित स्मारकों, संग्रहालयों और फोर्ट्स पर घरेलू और विदेशी पर्यटक आने लगे हैं। लेकिन पिछली बार की अपेक्षा में इस बार इनकी संख्या में कमी बताई जा रही है। पर्यटकों की आवक के लिहाज से पुरातत्व विभाग के जयपुर स्थित स्मारक इस मामले में सबसे आगे रहते हैं, लेकिन यहां भी पिछली बार की तुलना में इस बार कम पर्यटक आए हैं। आलम ये है कि जयपुर के आमेर महल, हवामहल स्मारक, जंतर मंतर स्मारक, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय, नाहरगढ दुर्ग भी इस मामले में पीछे रह गए हैं। अप्रैल, 2023 से अक्टूबर, 2023 तक प्रदेश में पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के संरक्षित 33 स्मारकों में कुल 40,04,898 पर्यटक आए थे। इससे विभाग को 27,05,37,125 रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई थी। वहीं अप्रैल, 2024 से अक्टूबर, 2024 के दौरान पर्यटक संख्या में गिरावट दर्ज की गई। इस दौरान 34,79,078 पर्यटक आए। इनसे विभाग को 23,70,29,420 रुपए राजस्व की प्राप्ति हुई। इनमें ऑनलाइन टिकट लेकर आने वाले पर्यटकों की संख्या और उनसे प्राप्त राजस्व भी शामिल है।

आमेर में दो लाख और जंतर मंतर में एक लाख से अधिक पर्यटक इस बार आए कम

पुरातत्व विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार जयपुर स्थित यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंटस की लिस्ट में शामिल आमेर महल में पिछली बार की तुलना में इस बार (अप्रैल से अक्टूबर) 2,25,409 पर्यटक कम आए। वहीं जंतर मंतर स्मारक में 1,05,930, हवामहल स्मारक में 38,878, अल्बर्ट हॉल संग्रहालय में 1,16,904, नाहरगढ दुर्ग में 88,028 सहित अन्य स्मारकों और संग्रहालयों में पर्यटकों की संख्या में कमी आई है।

पर्यटन विशेषज्ञों का मानना ये चिंता का विषय…

पर्यटन से जुड़े लोगों का मानना है कि पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में कमी देखने को मिल रही है। ये एक चिंता का विषय है। फ्रेंड्स ऑफ राजस्थान टूरिज्म के फाउंडर संजय कौशिक का मानना है कि इस बार पर्यटकों की संख्या में कमी के प्रमुख कारणों में प्रमुख कारण दुनिया में इस वक्त जो परिस्थितियों है विशेषतः रूस-यूक्रेन की लड़ाई और दूसरी इजराइल और फिलिस्तीन की युद्ध जैसी स्थिति के साथ साथ एक अन्य प्रमुख कारण मैं कह सकता हूं कि पिछले कोरोना के बाद से विभिन्न देशों में आर्थिक मंदी इस समस्या का एक प्रमुख कारण है। जिसकी वजह से विदेशी पर्यटकों का भारत में आना कम हो गया है। तीसरा भारत में यात्रा करना महंगा भी हो गया है। जबकि हमारे आसपास के कई देशों में यात्रा करना भारत में यात्रा करने से कहीं सस्ता होना भी है। शायद इन्हीं वजह से विदेशी पर्यटक की संख्या में कमी देखी जा रही हैं। साथ ही देसी पर्यटक शायद इसलिए कम हो रहे हैं क्योंकि जब सीजन शुरू होता है, तो इस दौरान शादियां भी शुरू हो जाती है। सीजन‌ में ही बड़े-बड़े इवेंट्स होने लग जाते हैं, जिससे होटल की रेट बढ़ जाती है और साथ ही फ्लाइट्स की कंपनियां भी टैरिफ इंक्रीज कर देती है। इसका फर्क भी पर्यटन पर पड़ता है।

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