सामाजिक व्यवस्था पर प्रहार करते हुए अपनी ही कहानी बदलने की मांग करते नज़र आए किरदार
जयपुर। जवाहर कला केंद्र की पाक्षिक नाट्य योजना के तहत बुधवार को रंगायन में ‘हैलो मिस्टर परसाई’ नाटक का मंचन हुआ। यह नाटक प्रसिद्ध व्यंगकार हरिशंकर परसाई की कहानियों पर आधारित रहा। जिसमें तीन प्रमुख कहानियों ‘साहब महत्वाकांक्षी’, ‘इन्स्पेक्टर रामसिंह की ट्रेनिंग’ और ‘राम भरोसे का इलाज’ का संगम देखने को मिला।
नाटक ‘हैलो मिस्टर परसाई’ की शुरुआत मंच पर रखी एक किताब से होती है। एक-एक करके उस किताब से किरदार बाहर आते हैं और मंच पर उपस्थित सूत्रधार की भूमिका निभा रहे मिस्टर परसाई से संवाद करने लगते हैं। वह सभी किरदार दुखी होकर गंभीरता से अपनी बात रखते हुए कहते हैं कि हमारी कहानी बदली जानी चाहिए। हमारे बारे में जो किताबों में लिखा हुआ है वैसा तो कभी हुआ ही नहीं, तो हम यहां क्या कर रहे हैं? ये सभी किरदार परसाई द्वारा लिखित हैं जो खुद लेखक से विद्रोह करते दिखाई देते हैं।
सुरेश आचार्य के निर्देशन में हुए इस नाटक की कहानी सामाजिक उद्धार की ढलती उम्मीद के ईर्द-गिर्द घूमती है। नाटक में दर्शाई इन कहानियों को आधुनिक संदर्भ और प्रतीकों से जोड़ा गया जिससे वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्थाओं पर गहरा व्यंग्य किया है।
नाटक के दौरान मंच पर मालु सिंह राठौड़, रमेश शर्मा, प्रहलाद सिंह राजपुरोहित, सुरेश आचार्य, प्रियंका आर्य, प्रतीक कुमार प्रजापत, राहुल ऋषिदेव और मंच परे मोहित शर्मा व अभिषेक शर्मा मौजूद रहे। इसी कड़ी में गुरुवार को ‘अखिलेश नारायण’ के निर्देशन में ‘स्वदेश दीपक’ द्वारा लिखित नाटक ‘कोर्ट मार्शल’ मंच पर खेला जाएगा।