जयपुर। सांभर लेक मैनेजमेंट एजेंसी और पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के सौजन्य से एवियन बोटुलिज़्म की तैयारी और प्रतिक्रिया पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रशासन एवं समन्वय पवन कुमार उपाध्याय ने की। कार्यशाला की शुरुआत करते हुए मुख्य कार्यकारी अधिकारी सांभर लेक मैनेजमेंट एजेंसी एवं विशिष्ठ शासन सचिव पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग बीजो जोय द्वारा ने सांभर झील क्षेत्र का एक विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
इस कार्यशाला का मुख्य केंद्र 2019 और 2024 में सांभर झील क्षेत्र में एवियन बॉटलिज्म से पक्षियों की मृत्यु रही। भविष्य में ऐसी त्रासदी को रोकने के लिए एक विस्तृत कार्य योजना बनाने हेतु सभी सम्बंधित विभागों और हितधारकों से विस्तृत चर्चा की गई और 2019 में जारी की गई SOP को नवीन रूप देने के लिए सुझावों को आमंत्रित किया गया। इस कार्यशाला के बाद एवियन बॉटलिज्म से भविष्य में निपटने के लिए एक नवीन कार्यनीति जारी करने कि कार्यवाही की जाएगी।
कार्यशाला की मुख्य अतिथि शिखा मेहरा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक और मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक राजस्थान ने एवियन बोटुलिज़्म की तैयारी और प्रतिक्रिया पर विचार रखे। इस कार्यशाला में मुख्य वन संरक्षक जयपुर, मुख्य वन संरक्षक अजमेर, उप वन संरक्षक जयपुर, उप वन संरक्षक अजमेर, उप वन संरक्षक नागौर, उप वन संरक्षक सवाई माधोपुर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजमेर, अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयपुर तृतीय, अतिरिक्त जिला कलेक्टर डीडवाना कुचामन, अतिरिक्त निदेशक उद्योग विभाग,संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग और उनकी पशु चिकित्सक और विशेषज्ञों की टीम, WII देहरादून से वरिष्ठ वैज्ञानिक सहित अन्य विभागों के अधिकारी शामिल रहे।