वन विभाग ने बढ़ाई सुरक्षा निगरानी
जयपुर। सरिस्का टाइगर रिज़र्व से वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक उत्साहजनक खबर सामने आई। यहां बाघिन ST-30 को अपने तीन शावकों के साथ देखा गया है। यह दृश्य वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि शावकों की उम्र करीब दो माह है और वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। बाघिन ST-30 की यह पहली संतानों की किलकारी है, जिसे वर्ष 2023 में रणथंभौर से सरिस्का के टेहला रेंज के भगानी क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया था। ST-30 को सरिस्का के बाघ पुनर्स्थापन कार्यक्रम के तहत लाया गया था और अब उसका सफल प्रजनन इस योजना की सार्थकता को प्रमाणित करता है।
वन विभाग लगातार क्षेत्र में गश्त और निगरानी कर रहा है ताकि मां और शावकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। कैमरा ट्रैप, ग्राउंड पेट्रोलिंग और अन्य आधुनिक उपायों की मदद से मानवीय हस्तक्षेप को न्यूनतम रखा जा रहा है। विभाग का मानना है कि बाघिन का सफल प्रजनन सरिस्का के प्राकृतिक आवास में सुधार और प्रभावी प्रबंधन प्रयासों का स्पष्ट संकेत है।