जेकेके का 32वां स्थापना दिवस समारोह 8 अप्रैल से

तीन दिवसीय समारोह में होगा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन

100 से अधिक लोक वाद्य यंत्र होंगे प्रदर्शित, जेकेके का स्वर्णिम सफर होगा साकार

जयपुर। जवाहर कला केंद्र, जयपुर 8 अप्रैल को अपना 32वां स्थापना दिवस मनाएगा। इस अवसर पर 8 से 10 अप्रैल तक तीन दिवसीय विशेष समारोह का आयोजन किया जाएगा। जिसमें राजस्थान की समृद्ध लोक-संस्कृति की झलक और केन्द्र का स्वर्णिम सफर देखने को मिलेगा। सभी कला प्रेमियों के लिए में स्थापना दिवस को लेकर उत्साह है। जवाहर कला केन्द्र की अतिरिक्त महानिदेशक अलका मीणा ने सभी कला प्रेमियों से बड़ी संख्या में पधारकर आयोजन को सफल बनाने की अपील की।

डूडल वॉल, प्रदर्शनी और बाल नाट्य प्रस्तुति

8 अप्रैल प्रात: 11:30 बजे डूडल वॉल पर जवाहर कला केंद्र से जुड़ी भावनाओं व विचारों को आकार देने के साथ कार्यक्रम का उद्घाटन होगा। अलंकार गैलरी में राजस्थान के पारंपरिक लोकवाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी लगेगी, जिसमें 100 से अधिक लोक कलाकार पारंपरिक वेशभूषा में अपने वाद्य यंत्रों के साथ लोक संस्कृति की छठा बिखेरेंगे। इप्शिता चक्रवर्ती सिंह के निर्देशन में
दोपहर 12 बजे व शाम 6 बजे बाल नाट्य प्रस्तुति ‘मिराज़ मेलोडीज़’ का मंचन होगा। इसी शाम मध्यवर्ती में 7 बजे संगीत प्रेमियों के लिए सुरों की महफिल सजेगी। पद्मभूषण से अलंकृत पं. विश्वमोहन भट्ट, पं. सलिल भट्ट, पद्मश्री अलंकृ​त अनवर खान मांगणियार, कुटले खान मांगणियार व समूह के कलाकार मनमोहक प्रस्तुति देंगे।

लोकवाद्य यंत्रों की सामूहिक प्रस्तुति भी

महोत्सव के दूसरे दिन, 9 अप्रैल को मध्यवर्ती में शाम 7 बजे 100 से अधिक लोक कलाकार अपने वाद्य यंत्रों के साथ सामूहिक वादन प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा 8 से 10 अप्रैल तक जवाहर कला केन्द्र के 32 वर्षों के स्वर्णिम सफर को दर्शाने वाली विशेष चित्र प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। सुरेख व सुकृति गैलरी में सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चलने वाली प्रदर्शनी में लगभग 100 चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे।

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