करीब 15 वर्षीय बघेरे का टूटा दांत और शरीर पर कई जगह घाव, टीम इसे लेकर आ रही रेस्क्यू सेंटर
जयपुर। पावटा रेंज के आमलोदा गांव में बघेरे के करीब 60 फीट गहरे कुएं में गिरने की सूचना मिलने पर नाहरगढ बायोलॉजिकल पार्क से डॉ अरविंद माथुर के नेतृत्व में टीम मौके के लिए रवाना हुई। जहां कड़ी मशक्कत के बाद इसे ट्रेंकुलाइज कर कुएं से बाहर निकाला गया।
डॉक्टर अरविंद माथुर ने बताया कि वन कर्मियों ने साहसिक और चुनौतीपूर्ण रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम देकर बघेरे को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्होंने बताया कि कुआं करीब 60 फीट गहरा था। इससे बघेरे को ट्रेंकुलाइज करने में मुश्किलें आ रही थी। इसके बाद वन विभाग के एक स्टाफ को पिंजरे में बैठाकर कुएं में उतारा गया। जिससे बघेरे को ट्रेंकुलाइज किया जा सका। इसके बाद बघेरे को सावधानीपूर्वक बाहर लाया गया।
डॉ माथुर ने बताया कि प्राथमिक जांच में ये नर लेपर्ड करीब 12 से 15 साल का है। उसका एक दांत टूटा हुआ है और शरीर चोट के निशान हैं। साथ ही कई दिनों से भूखा भी बताया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन में रेंज अधिकारी श्रुति सिंह सहित वन विभाग का स्टाफ भी मौजूद रहा। बघेरे को नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क स्थित रेस्क्यू सेंटर लाया जा रहा है, जहां उसका पूरी तरह स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।