जयपुर में अफ्रो-केरेबियन रिदम, भारतीय शास्त्रीय और लोक संगीत की अनूठी प्रस्तुति
जयपुर। फ्रेंच-केरेबियन स्टार डेविड वॉल्टर्स ने अपने इंडिया टूर के तहत जयपुर के डिग्गी पैलेस में एक यादगार संगीतमय प्रस्तुति दी। इस अनूठे कॉन्सर्ट में वॉल्टर्स ने अपने लेटेस्ट एलबम सोल ट्रॉपिकल की धुनों के माध्यम से श्रोताओं को सोल, फंक और ट्रॉपिकल रिदम्स से रूबरू कराया। अफ्रो-केरेबियन रिदम और भारतीय शास्त्रीय एवं लोक संगीत के अद्भुत संगम से सजी यह शाम श्रोताओं के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गई। वॉल्टर्स के साथ मंच पर भारत की दो प्रतिष्ठित शास्त्रीय कलाकारों डॉ. शिवा व्यास और डॉ. प्रिया तिवाड़ी की प्रस्तुति ने संगीत में नए रंग भर दिए।
प्रस्तुति के दौरान, डॉ. शिवा व्यास ने सितार की मधुर धुन से श्रोताओं को मन मोहित किया, वहीं, डॉ. प्रिया तिवाड़ी ने तबले की थाप से श्रोताओं में नई ऊर्जा का संचार किया। इस शाम का मुख्य आकर्षण एक विशेष जैम सेशन रहा, जिसमें राजस्थान की प्रख्यात लोक कलाकार ममता सपेरा ने अपनी अनूठी शैली में बीटबॉक्स और मोरचंग पर दमदार प्रस्तुति देकर श्रोताओं में जोश भर दिया। लगभग 1.5 घंटे तक चली प्रस्तुति में कलाकारों द्वारा 8-9 संगीत के ट्रैक्स पेश किए गए, जो कि मुख्य रूप से इंप्रोवाइजेशन पर आधारित थे, लेकिन अपनी गहराई और भावपूर्ण प्रवाह से दर्शकों को बांधे रखा।
यह कॉन्सर्ट अंतरराष्ट्रीय फेट डे ला म्यूज़िक फेस्टिवल के अंतर्गत इंडिया टूर का एक विशेष हिस्सा था। इस इंडिया टूर का आयोजन फ्रेंच इंस्टीट्यूट इन इंडिया और एलायंस फ्रांसेसे नेटवर्क इन इंडिया द्वारा किया गया। जयपुर में कंसर्ट का आयोजन जयपुर विरासत फाउंडेशन के सहयोग से किया गया। इसका उद्देश्य इंडो-फ्रेंच कल्चरल डायलोग के हिस्से के रूप में आपसी सहयोग, संगीत और विविधता को बढ़ावा देना है। दिल्ली, चंडीगढ़, भोपाल, पुणे, हैदराबाद, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे भारत के 7 प्रमुख शहरों में सफल प्रस्तुतियों के बाद के बाद यह संगीतमय यात्रा जयपुर में आकर संपन्न हुई।