दिमित्री और लीजिया ट्रेसेविच ने कहा हिन्दू रीति रिवाज से शादी करने का सपना हुआ पूरा
जयपुर। प्रदेश की कला संस्कृति से प्रभावित होकर विदेशी पावणें गुलाबी नगरी आकर खासकर मॉक वैडिंग में रुचि ले रहे हैं। वे यहां की विरासतों को निहारने के साथ ही इन पलों को भी यादगार के तौर पर साथ ले जाते हैं।
सोमवार को हरिमल पैलेस में बेलारूस से जयपुर आए कपल ने पूरी तरह हिन्दू रीति रिवाज से शादी (मॉक वेडिंग) की। जानकारी के अनुसार दिमित्री और लीजिया ट्रेसेविच ने हिंदू रीति रिवाज से शादी की। दिमित्री और लीजिया ट्रेसेविच का कहना था कि हमारा सपना था कि एक दिन हिन्दू रीति रिवाज से शादी करनी है। आज हमारा ये सपना पूरा हो गया है। हम दोनों बहुत खुश हैं।
इस दौरान सुरेश सरवानी, सुनील शर्मा, नारायण सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक का कहना है कि मॉक वैडिंग का चलन बढ़ने लगा है। फ्रांस, इटली, जर्मनी सहित अन्य देशों रोजाना इसके लिए कई क्वेरीज आ रही है। उन्होंने बताया कि इस तरह की शादी का शुरुआती खर्चा करीब 70 हजार रुपए से शुरू होता है। इसमें दुल्हन की ज्वैलरी, लहंगा, मेकअप, दुल्हे की शेरवानी, कार, मंदिर में शादी की पूरी व्यवस्था, पुजारी का खर्चा शामिल होता है। इसके बाद अन्य एक्टिविटी शामिल करने से खर्चा बढ़ जाता है।