एनएक्सआर जयपुर। आयुक्त कृषि चिन्मयी गोपाल द्वारा मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं को ध्यान में रखते हुए भरतपुर का दौरा कर कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के खंड स्तरीय तथा जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में आयुक्त कृषि ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि संभाग में डीएपी तथा अन्य उर्वरकों का वितरण निर्धारित दरों पर किया जाए, यदि कहीं अनियमितता पाई जाती है तो उसके विरुद्ध तुरंत अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए और ऐसे प्रकरणों की सूचना कृषि आयुक्तालय को दी जाए।
उन्होंने अधिकारीयों से कहा कि फील्ड में नियमित निरीक्षण करते हुए प्रत्येक पंचायत समिति में कृषि आदानों की व्यवस्था सुनिश्चित करें, ताकि किसानों को फसल बुवाई करते समय किसी तरह की असुविधा न हो। आयुक्त कृषि द्वारा उपस्थित स्टाफ को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि सरसों की फसल में डीएपी के स्थान पर सुपर फास्फेट का उपयोग सुनिश्चित करावें, इससे सरसों में तेल की मात्रा तथा गुणवत्ता में सुधार हो सकेगा।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि क्रॉप कटिंग प्रयोगों का संपादन ऐप के माध्यम से ही सुनिश्चित किया जाए। बैठक में सभी अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री महोदय की बजट घोषणाओं को प्राथमिकता से निस्तारित करते हुए सभी योजनाओं में आवंटित लक्ष्यों को समय पर पूरा करावें।
प्रगति समीक्षा के दौरान संयुक्त निदेशक उद्यान भरतपुर खंड ने बताया कि बजट घोषणा 2024-25 के द्वारा भरतपुर जिले में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र खोला जाना प्रस्तावित है जिसके लिए 9.86 हेक्टेयर भूमि का चयन कर आवंटन के लिए कलक्टर के माध्यम से प्रमुख शासन सचिव राजस्व, जयपुर को निवेदन किया जा चुका है। बजट घोषणा के तहत राजस्थान के 100 किसानों को इजरायल तथा अन्य देशों में नोलेज एन्हांसमेंट कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा जाना है, इसी के तहत भरतपुर में 8 किसानों के विरुद्ध 12 किसानों के नाम मैरिट के आधार पर चयन कर भिजवाए जा चुके हैं। पीएम कुसुम योजनांतर्गत प्रगति सुनिश्चित की जा रही है तथा अन्य योजनाओं में भी आवंटित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए सभी जिला स्तरीय अधिकारीयों को पाबंद किया गया है, ताकि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों को विभिन्न योजनाओं का लाभ समय पर मिल सके।