टीम एनएक्सआर जयपुर। विदेशी मेहमान भारत आकर यहां के विभिन्न राज्यों की कला संस्कृति, रीति-रिवाज सहित अन्य चीजों से रूबरू हो रहे हैं। अब वे गुलाबी नगरी जयपुर आकर पर्यटन स्थलों को देखने के साथ ही पूजा-पाठ और हवन में भी रुचि दिखा रहे हैं। पर्यटन से जुड़े लोगों का कहना है कि देखने में आया है कि भारत की समृद्ध संस्कृति और शाश्वत परंपराएं दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करती हैं। इन्हीं अनुभवों को जीवन में उतारने के लिए विदेशी भी पीछे नहीं हैं। अब विदेशी मेहमान हमारी धरोहर को अपनाते हैं, चाहे वह यज्ञ जैसी पवित्र विधि हो या विवाह समारोह। विदेशी पर्यटकों का कहना है कि हमें ये क्षण भारतीय संस्कृति के वैश्विक आकर्षण की याद दिलाते हैं।
फोर्ट ऑफ फ्रेंड्स के फाउंडर संजय कौशिक ने बताया कि हाल ही में, हमने जयपुर की यात्रा पर आए अमेरिका के पांच मेहमानों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव का आयोजन किया। वे एक पारंपरिक यज्ञ में भाग लेना चाहते थे। इसलिए हमने उनके लिए शुभ देव उठनी एकादशी पर एक पवित्र यज्ञ का आयोजन किया। इस विधि में स्वास्थ्य, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थनाएँ की गईं। आयोजन से मेहमान इस आध्यात्मिकता और शांति से प्रभावित हुए। कौशिक का कहना है कि ऐसे अनुभव मेहमानों को भारत की आत्मा से जोड़ते हैं और जीवनभर की यादें बनाते हैं। खातीपुरा स्थित मंदिर में हुए हवन और पूजा पाठ में दो घंटे का समय लगा। इस दौरान विदेशी मेहमानों ने व्रत भी रखा। साथ ही पंडितों की बताई हर विधि सहित अन्य चीजों को फॉलो किया। उन्होंने बताया कि अब विदेशी पर्यटक भी यहां आकर हिंदू विधि से पूजा-पाठ और हवन कर रहे हैं । ताकि घर, परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे।