बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ सहित अन्य वन्य-प्राणियों की गणना

यहां 165 से अधिक बाघ और 130 से अधिक तेंदुए

1278 कैमरों की मदद से 800 से अधिक कर्मचारी कर रहे हैं गणना

भोपाल। उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फेस-44 की गणना की जा रही है। इसमें टाइगर रिजर्व के 9 परिक्षेत्रों में ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। गणना के बाद आंकड़ों को एकत्रित कर वाइल्ड-लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून भेजा जाएगा। टाइगर रिजर्व में फेस-44 की गणना प्रतिवर्ष की जाती है। टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में चिन्हित स्थानों में ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। यह कैमरे 25 दिन के लिए लगाए जाते हैं। इन कैमरों में एकत्रित फोटो का मिलान किया जाता है और इससे नए वन्य-प्राणियों की पहचान की जाती है। गणना में बाघ, तेंदुआ और पक्षियों के मूवमेंट, टेरिटरी की भी जानकारी प्राप्त हो जाती है।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में गणना के लिए 2 ब्लॉक बनाए गए हैं। एक ब्लॉक में 4 परिक्षेत्र और दूसरे ब्लॉक में 5 परिक्षेत्र हैं। दोनों ब्लॉकों के लिए नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं, जो पूरी गणना और गणना में लगे कर्मचारी का सहयोग करेंगे। ट्रैप कैमरे का डाटा बीटीआर के टाइगर सेल तक पहुंचाया जाएगा।

640 स्थानों पर लगाए कैमरे

टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ सहित अन्य वन्य-प्राणियों की गणना के लिए 9 परिक्षेत्रों में 640 स्थानों पर 1200 से अधिक ट्रैप कैमरे लगाए गए हैं। इनकी सुरक्षा के लिए भी स्टॉफ को नियुक्त किया गया है। ट्रैप कैमरों में सेंसर लगा होता है। कैमरों को जंगल में चिन्हित स्थानों पर आमने-सामने लगाया गया है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगभग 165 से अधिक बाघ और 130 से अधिक तेंदुआ हैं।

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