जयपुर। अल्बर्ट हॉल म्यूजियम भी अब हाईटेक हो चला है। यहां आने वाले पर्यटकों को अब क्यूआर कोड स्कैन कर सालों पुरानी एंटीक चीजों की जानकारी मिल रही है। यहां डिस्प्ले की गई लगभग सभी वस्तुओं के पास क्यूआर कोड लगाए गए हैं।
यहां के डिस्प्ले में सबसे खास और पुराना संग्रह मिस्र की ममी है। जो 2400 साल से भी पुरानी बताई जाती है। म्यूजियम में रखी अन्य एंटीक चीजों की जानकारी देने के लिए क्यूआर कोड लगाए गए हैं। इनमें यहां की हथियार गैलेरी, कॉरपेट हॉल, हैंडी क्राफ्ट, सिक्के, ममी गैलरी सहित अन्य जगह एंटीक चीजों की जानकारी के लिए क्यूआर कोड लगाए हैं, जिन्हें स्कैन करने से टूरिस्ट्स को इनकी जानकारी मिल रही है।
आमेर महल और जंतर मंतर में भी क्यूआर कोड
पर्यटकों की सुविधाओं को देखते हुए आमेर महल और जंतर मंतर स्मारक में भी पुरातत्व विभाग ने क्यूआर कोड लगाए हैं। ताकि टूरिस्ट्स को जंतर मंतर के यंत्रों और महल के विभिन्न हिस्सों की हाईटेक तरीके से जानकारी मिल सके।
अधिकारियों का कहना…
महल के विभिन्न हिस्सों में क्यूआर कोड लगाए हैं। ताकि टूरिस्ट्स को इनके जरिए भी जानकारी मिल सके।
डॉ राकेश छोलक, अधीक्षक, आमेर महल
म्यूजियम की विभिन्न गैलेरियो में पुरा वस्तुओं के पास क्यूआर कोड लगवाए गए हैं। जिन्हें स्कैन करने से भी देशी-विदेशी पर्यटकों को सालों पुरानी वस्तुओं की इन्फॉर्मेशन मिल रही है।
मो. आरिफ, अधीक्षक, अल्बर्ट हॉल म्यूजियम